बॉलीवुड (Bollywood) की रंगीन दुनिया जिसकी चमक हर किसी को आकर्षित करती है. लेकिन बाहर से रंगीन दिखने वाली दुनिया अंदर से इतनी खोकली है कि, यहां लोग सिर्फ तब तक ही रिश्ता रखते हैं जब तक नाम होता है. जैसे ही नाम खत्म होता है वैसे ही लोग उस शख्सियत को खुद से अलग कर देते हैं. शायद इसी कारण कई नामी चेहरों को अपने आखिरी दिन बुरी हालत में गुजारने पड़े. किसी को पैसों की तंगी हुई तो कोई हुआ अकेलेपन का शिकार. तो एक एक्ट्रेस तो ऐसी है जिसकी लाश तीन दिनों तक घर में सड़ती रही थी. ऐसे ही कुछ फेमस किरदारों के बारे में हम आपको बताएंगे जिन्होंने अपने जीवन के आखिरी पलों में बहुत सारे दर्द देखे.
आशीष रॉय (Ashiesh Roy)
ससुराल सिमर का सीरियल में अपने किरदार से दर्शकों के दिलों में खास पहचान बनाने वाले एक्टर आशीष रॉय का किडनी फेलियर के कारण निधन हो गया. इनके निधन की खबर से हर कोई हैरान रह गया. लेकिन कम लोग जानते हैं कि आखिरी दिनों में इनके पास खुद का इलाज कराने तक के पैसे नहीं थे.
परवीन बॉबी (Parveen Babi)
फेमस अदाकारा परवीन बॉबी बॉलीवुड की ऐसी अभिनेत्री हैं जिनकी मौत कैसे हुई ये कोई नहीं जानता. कोई इनकी मौत को हत्या बताता है तो कोई दर्दनाक घटना. एक वक्त में परवीन का नाम महेश भट्ट के साथ जुड़ा था. बतौर महेश भट्ट एक्ट्रेस को पैरानायड स्कित्जोफ्रेनिया बीमारी हो गई थी और इसी कारण उनकी मौत हो गई. 20 जनवरी 2005 को उन्होंने अकेले घर में आखिरी सांस ली और किसी को उनकी मौत की भनक तक नहीं लगी. बताया जाता है कि तीन दिनों तक अभिनेत्री की लाश घर में सड़ती रही थी.
विम्मी (vimmi)
एक ऐसी अभिनेत्री जिसकी खूबसूरती पर हजारों दिल फिदा थे. विम्मी के करियर की शुरुआत सुनील दत्त की फिल्म हमराज से हुई थी. विम्मी वो अभिनेत्री थीं जो रातों-रात सुपरस्टार बन गई थीं मगर एक वक्त ऐसा आया जब उनका परिवार बिखरने लगा और इसका असर करियर पर पड़ा. हाल ऐसे हो गए कि, वह कर्ज में बुरी तरह डूब गई और आखिरी पलों में उन्होंने अकेले ही सारी तकलीफ झेली. 22 अगस्त 1977 को लिवर की बीमारी के कारण उनकी मौत हो गई और दर्दनाक बात ये कि उस वक्त उनका कोई अपना नहीं था जो लाश लेकर जाता. इस वजह से विम्मी की लाश ठेले पर शमशान घाट गई थी.
एके हंगल (ak hangal)
अभिनेता एके हंगल भी इन्हीं चेहरों की लिस्ट में शामिल हैं जिनके आखिरी दिन बहुत कमी में गुजरे. उन्होंने आखिरी पल एक टूटे-फूटे घर में गुजारे और 26 अगस्त 2012 में दुनिया को अलविदा कह दिया.
गीता कपूर (geeta kapoor)
पाकीजा जैसी फिल्मों में अपनी एक्टिंग से लोगों का दिल जीतने वाले एक्ट्रेस गीता कपूर के जीवन का अंत भी कष्टों में हुआ. आखिरी वक्त में उनके अपने बच्चों ने उनकी तरफ नहीं देखा और वह दुनिया छोड़ गई. 26 मई 2018 को गीता कपूर का निधन हो गया.
सीताराम पंचाल (seeta ram panchal)
किरदार भले ही छोटा था लेकिन पहचान खास थी. सीमाराम पंचाल को किडनी और लंग कैंसर की बीमारी थी. मगर उनके पास इलाज के लिए पैसे नहीं थे. इसी कारण अगस्त 2017 में उनका निधन हो गया था.
अचला सचदेवा (achla sachdev)
दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे फिल्म में काजोल की दादी का किरदार निभाने वाली अचला सचदेवा का पुणे के एक अस्पताल में 2012 में निधन हो गया था. हैरानी वाली बात है कि, आखिरी दिनों में उनके बेटे ने मां की सुध नहीं ली थी जो यूएस में है.
भगवान दादा (bhagwan dada)
वक्त पलटते देर नहीं लगती ऐसा ही कुछ हुआ था बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर और निर्देशक भगवान दादा के साथ. सफलता को खूब हासिल हुई और एक जमाने में उनके पास जुहू में 25 कमरों वाला आलीशान बंगला भी था और कई गाड़ियां भी. पर किस्मत ने ऐसी पलटी मारी की आलीशान बंगले से वह दादर में दो कमरे वाली चॉल में आ गए. 2002 में उनका निधन हो गया था.
मीना कुमारी (meena kumari)
महज 38 की उम्र में अभिनेत्री मीना कुमारी का निधन हो गया था. जीवन के आखिरी वक्त में उन्होंने आर्थिक तंगी का सामना किया था.
श्रीवल्लभ व्यास (shrivallabh vyas)
2008 में एक हादसे का शिकार हुए श्रीवल्लभ व्यास का जब सर का ऑपरेशन हुआ तो किसी ने उनकी सुध नहीं ली. उनकी पत्नी ने कहा था कि सिने और टेलीविजन एसोसिएशन की तरफ से किसी प्रकार की कोई मदद नहीं की गई और 2017 में उनका निधन हो गया.
नलिनी जयवंत (nalini jaywant)
हिंदी सिनेमा की एक्ट्रेस नलिनी जयवंत ने काला पानी, राही और शिकस्त जैसी फिल्मों में शानदार अभिनय किया. लेकिन आखिरी दिनों में जब वह अस्पताल में थीं तो बिल भरने के पैसे तक नहीं थे और दिसंबर 2010 में दुनिया को अलविदा कह दिया.
भारत भूषण (bharat bhushan)
भले ही पुराने वक्त के लेकिन दिग्गज अभिनेता थे भारत भूषण. मगर आखिरी दिनों में कर्ज के बोझ से इस कदर दब गए कि 27 जनवरी 1992 को अलविदा कह दिया.
महेश आनंद (mahesh anand)
सुपरहिट फिल्मों में निगेटिव किरदार से फेमस हुए महेश आनंद ने 9 फरवरी 2019 को दुनिया को अलविदा कहा. लेकिन उनका शव दो दिन बाद फ्लैट से मिला था. कहा जाता है कि उन्हें लंबे वक्त से काम की तलाश थीं जो उन्हें नहीं मिला. इस कारण काफी परेशान रहते थे.
इंदर कुमार (inder kumar)
एक जाना-पहचाना चेहरा था इंदर कुमार. इनकी मौत दिल का दौरा पड़ने की वजह से 28 जुलाई 2017 में हुई थी. इंदर की मौत के बाद पत्नी ने बताया कि वह आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे और इंडस्ट्री के कई लोगों से मदद भी मांगी थी. लेकिन किसी ने उनकी तरफ मदद का हाथ नहीं बढ़ाया था.
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